मेरा यह मानना है की किसी भी समाज कि उन्नति एवं प्रगति उसकी भावी पीढ़ी पर निर्भर करती है । भावी पीढ़ी शिक्षा के माध्यम से ही मानवीय मूल्यों, आदर्शो एवं संस्कारों का बीज बोकर सफल जीवन व्यतीत कर सकती है । संस्थान का भी यही उद्देश्य है तभी तो कहा गया है – “सा विधा या विमुक्तये” । मानव शरीर के प्रत्येक अंग अवयव में असीम शक्तियां छिपी हुई है । इन्हें जानने एवं विकसित करने की जरुरत होती है जिससे जीवन समृद्ध, समुन्नत एवं गौरवशाली बन सके । साहस, शौर्य, उधम, परिश्रम, उद्योग, धैर्य एवं संघर्ष की अद्भुत शक्तियां सृजनात्मक विचारो से उत्पन्न होती है जिनका प्रयोग जीवन के क्रियात्मक क्षेत्र में करने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है ।
प्रवीण त्यागी
प्रबंधक - नानक चन्द जनता इण्टर कॉलेज, सौन्दा, गाज़ियाबाद